मंगळवार, २३ डिसेंबर, २०१४

II हकदार II

II हकदार II
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इंसान जैसे प्रस्थान करता है..
हकदार खुदबखुद आ जाते है..
वह ईश्वर भी सोचता होगा..
न जाने कहा से पैदा होते है..??
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सुनिल पवार
[चकोर]

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