सोमवार, १२ जानेवारी, २०१५

।। अपना पराया ।।

।। अपना पराया ।।
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हमारा क्या है जो अपने पास रखेंगे.
जहा का है सब वही छोड़ जाएंगे
फिर क्यों यह अपना वह परया
भगवान समजते हम मेहमान जो घर आया...!!
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सुनिल पवार
[चकोर]

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