रविवार, १० सप्टेंबर, २०१७

|| नदी की धारा ||

|| नदी की धारा ||
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दिल की लगी ऐसी ही होती है
बिन बोले सब कुछ कहती है..
जैसे सागर के मिलन को देखो
नदी की धारा हरदम बहती है..!!
****सुनिल पवार....✍🏼😊

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