सोमवार, १३ जुलै, २०१५

|| शिकवा ||

|| शिकवा ||
××××××××
लम्हों का इंतजार रहा
एक तेरे आने के लिए..
कोई शिकवा भीं न था
और तेरे बहाने के लिए..!!
🙏🌹🙏🌹🙏
******सुनिल पवार......

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