मंगळवार, ४ जून, २०१९

सुनो सबकी करो मन की।

सुप्रभात🌞शुभ सकाळ*
लाखों सलाहगार राह में
हम सुने तो सुने किसकी।
समझदारी तो इसी में है
सुनो सबकी करो मन की।
--सुनिल पवार...✍️

मोह माया सारे..

मोह माया सारे..
वरलिया रंगास तू भुलला का रे..
दुनियेचे रंग न्यारे मोह माया सारे..!!
--सुनिल पवार..✍️
v

काश..

काश..
काश यह वक्त ठहर जाता
तो घर जाने का बहाना ना होता।
कोई तक़रार न होती प्यार में
और बेखबर यह जमाना होता।
--सुनिल पवार...✍️
काश यह वक्त ठहर जाता
तो घर जाने का बहाना ना होता।
कोई तक़रार न होती प्यार में
और बेखबर यह जमाना होता।
--सुनिल पवार...✍️

यही इक़ ख़राबी हैं..

यही इक़ ख़राबी हैं...
माना के जेब से फकीर है हम
पर शौक अपने भी नवाबी है।
दिल तो क्या, जान भी लुटा दु
बस मुझमें यही इक़ ख़राबी है।
--सुनिल पवार..✍️
v

फूलों की तरह.

फूलों की तरह.
तू महकती रहे फूलों की तरह
तेरी ख़ुशबू में जी रहे हैं हम।
--सुनिल पवार..✍️
Like flowers.

You are fragrant like flowers
We are living in your smell.
-- Sunil Pawar.. ✍️

शुक्रिया ज़िन्दगी..

शुक्रिया ज़िन्दगी...
नई उम्मीद लिए फिर एक नया सवेरा हुआ
सबको खुशी मिले तहे दिल से करता हूँ दुआ।
--सुनिल पवार...✍️

अगर मगर...

अगर मगर...

देखो अगर मगर नहीं करो
जो भी करो दिल से करो।
दिल का मामला हो जब
दिमाग़ को जरा साईड करो।
--सुनिल पवार...✍️

प्रदूषणाचा मारा..

प्रदूषणाचा मारा..
बिघडला आहे निसर्गाचा समतोल सारा
म्हणूनच झेलावा लागतोय प्रदूषणाचा मारा..
चूक निसर्गाची नाही चूक माणसाची आहे
त्यानेच ओकीबोकी केलीय हरित वसुंधरा..!!
--सुनिल पवार...✍️

नींद की चादर..

नींद की चादर..
तेरे एहसासों जैसी ही
नींद की चादर छलनी है।
घनी रात के अँधियारी में
लौव तो युही जलनी है।
---सुनिल पवार..✍🏼

बारिश का इंतजार...

बारिश का इंतजार...
बरसों से कर रहा हूँ
उस बारिश का इंतज़ार।
इस बंज़र सी ज़मीं पर
कर दो प्यार की बौछार।
--सुनिल पवार...✍️

कटू घोट...

कटू घोट...
कटू घोट वाटणारेही जीवनामृत असते..
अनुभवाविना आयुष्य तसेही मृत असते..!!
--सुनिल पवार...✍️
v

ज़िंदगी....

ज़िंदगी....
जब तक साँसे चलती है
इम्तहाँ तो हमे देना है।
तू रुला दे चाहे जितना
हँस के दिन गुजारना है।
--सुनिल पवार...✍️

तो समझ आता है...

तो समझ आता है...
बहाना तो
ऐसे तैसे मिल ही जाता है।
कोई दिल से काम ले 
तो समझ में भी आता है।
---सुनिल पवार...✍️

सोमवार, ३ जून, २०१९

मेघदूत...

मेघदूत.....
वाऱ्यावर स्वार होऊन
मेघदूत हे अवचित आले..
स्वप्न जागवीत मिलनाचे
मन वसुंधरेचे सुखावले..!!
--सुनिल पवार...✍️

जिंदगी..

जिंदगी..
जिंदगी तेरी क़ीमत लगाते है लोग
मगर अहमियत कहाँ जानते है लोग।
--सुनिल पवार...✍️😒

बात पते की..

बात पते की..
बात पते की सुनाता हूँ
तुम जरा गौर फ़रमाना..
इतना तो हुनर नही तुझमे 
फिर काहे को इतराना।
--सुनिल पवार..✍️