सोमवार, ३ जून, २०१९

बात पते की..

बात पते की..
बात पते की सुनाता हूँ
तुम जरा गौर फ़रमाना..
इतना तो हुनर नही तुझमे 
फिर काहे को इतराना।
--सुनिल पवार..✍️

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