चारोळी चकोर
शनिवार, १९ सप्टेंबर, २०२०
अपनी अपनी मंज़िले..
अपनी अपनी मंज़िले..
अपनी अपनी मंज़िले
और अपने अपने रास्ते।
कही अपने लिए होते
तो कही किसी के वास्ते।
--सुनील पवार..
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