रविवार, १४ जुलै, २०१९

नींद और ख़्वाब के दरम्यां...

रात का अफ़साना...
नींद और ख़्वाब के दरम्यां
इक तेरा ही ख़याल है।
क्यों नींद नही आती?
क्यों ख़्वाब मुक़म्मल नही होते?
बस यही एक सवाल है।
--सुनिल पवार...✍️

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